Shiv chaisa Options
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
Shiv Chalisa is often a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his help in eradicating hardships and road blocks in devotee’s daily life.
Lord, once the ocean was churned plus the fatal poison emerged, out of the deep compassion for all, You drank the poison and saved the earth from destruction. Your throat turned blue, Hence You might be generally known as Nilakantha.
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
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बृहस्पतिदेव की कथा
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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, shiv chalisa lyricsl विभुं, वेदपारं ।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
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